नई दिल्ली: सुत्रो के अनुसार, बसपा प्रमुख मायावती द्वारा मध्यप्रदेश और राजस्थान में चुनावी गठबंधन से इनकार किए जाने को कांग्रेस ने ज्यादा तवज्जो नहीं दी। कांग्रेस ने कहा कि मायावती ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी में विश्वास प्रकट किया है और “सद्भाव एवं प्रेम” के साथ दिक्कतों को दूर कर लिया जाएगा। इसके साथ ही पार्टी ने यह भी कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लक्ष्य के साथ उतरेगी और इस लड़ाई में अगर कोई दल साथ आता है तो उसका स्वागत है, लेकिन नहीं आता है तो वह “स्वस्थ मुकाबले” के लिए तैयार हैं। उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि गठबंधन बनाना विपक्षी पार्टी (कांग्रेस) के डीएनए में नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल गांधी परिवार को ही महत्व देती है। हम मायावती जी की भावना का सम्मान करते हैं। उन्होंने सोनिया जी और राहुल जी में पूरा विश्चास व्यक्त किया। हम इस भावना का सम्मान करते हैं। अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल जी, हमारी मार्गदर्शक सोनिया जी और मायावती जी के बीच सद्भाव है तो कोई चौथा व्यक्ति व्यवधान नहीं डाल पाएगा। उन्होंने कहा,कहीं अगर कपड़े में सिलवटें हैं तो हम बैठकर सद्भाव और प्रेम से उसे दूर कर देंगे।